22 May, 2022
by Ardh Sainik News
कांग्रेस ने बीते दिनों उदयपुर में तीन दिनों का चिंतन शिविर आयोजित किया था। इसमें पार्टी के बड़े नेता शामिल हुए और 2024 आम चुनाव के लिए रणनीति तैयार की गई। चिंतन शिविर के आखिरी दिन राहुल गांधी ने क्षेत्रीय पार्टियों को लेकर बयान दिया था कि भाजपा को हराना रीजनल पार्टी के बस की बात नहीं है। इस बयान के बाद कांग्रेस के अलग-थलग पड़ने के कयास भी लगाए जा रहे थे। दूसरी तरफ अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव कांग्रेस को अलग छोड़कर क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर अलग मोर्चा बनाने की तैयारी में हैं।
केसीआर अब शनिवार को दिल्ली पहुंचे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की और शिक्षा व्यवस्था की तारीफ की। अब वह पंजाब पहुंचकर किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की जान गई है, उनके परिवारों से मिलने वाले हैं। अधिकारियों ने यह भी बताया कि मृतक किसानों के परिवारों को वह 3 लाख रुपये की मदद भी देंगे। उनके साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवल और पंजाब के सीएम भगवंत मान रहेंगे।
अखिलेश यादव से की थी मुलाकात
केसीआर ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी मुलाकात की। इसी बीच तेलंगाना कांग्रेस ने केसीआर पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता दासोजू श्रवण ने कहा कि मुख्यमंत्री ने तेलंगाना में आत्महत्या करने वाले 8 हजार किसानों को लेकर आंखें बंद कर रखी हैं।
पश्चिम बंगाल और बिहार भी जाएंगे केसीआर
26 मई को केसीआर बेंगलुरु में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा से मिलेंगे। इसके बाद वह महाराष्ट्र में रालेगण सिद्धी जाकर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है कि अगले सप्ताह वह पश्चिम बंगाल और बिहार भी जाएंगे। वह उन जावनों के परिवारों से भी मुलाकात करेंगे जिनकी जान गलवान घाटी में संघर्ष के दौरान चली गई थी।
केसीआर 2024 के चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने में जुटे हैं। 2019 के चुनाव से पहले भी उन्होंने ऐसा प्रयास किया था लेकिन बात बन नहीं पाई थी।