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28 Sep, 2022 by Ardh Sainik News

इस्तीफे पर कांग्रेस में कलह, BJP में एक फोन पर काम; विजय रुपाणी का बड़ा खुलासा

राजस्थान में अशोक गहलोत को आलाकमान ने मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के लिए कहा तो प्रदेश कांग्रेस में घमासान मच गया। वह भी तब जब उनको पार्टी का मुखिया बनाकर प्रमोशन दिए जाने की बात कही जा चुकी थी। गहलोत के समर्थक विधायक और मंत्रियों ने बगावती तेवर अख्तियार करने में देर नहीं की। पार्टी नेतृत्व को दी गई चुनौती से जहां कांग्रेस पार्टी की किरकिरी हो रही है तो इस बीच भाजपा शासित गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बड़ा खुलासा किया है। रुपाणी ने बताया कि किस तरह महज एक रात पहले पार्टी नेतृत्व से मिले संदेश पर उन्होंने पद का त्याग कर दिया।

विजय रुपाणी ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में अपने इस्तीफे को लेकर विस्तार से बताया है। 11 सितंबर 2021 को अचानक इस्तीफा देने वाले गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एक रात पहले ही उन्हें बीजेपी आलाकमान की ओर से संदेश दिया गया। उन्हें रात में इस्तीफा देने को कहा गया और अगले ही दिन उन्होंने पद छोड़ दिया। रुपाणी ने कहा कि ना तो उन्हें कोई वजह बताई की थी और ना ही उन्होंने पूछा। खुद को पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता बताते हुए रुपाणी ने कहा कि पार्टी ने उन्हें जब भी जो जिम्मा दिया है उसे उन्होंने निभाया है।

सियासी पंडित अब विजय रुपाणी के ताजा खुलासे को राजस्थान कांग्रेस के घटनाक्रम के साथ तुलना करते हुए इसके मायने तलाश रहे हैं। उनका कहना है कि दोनों घटनाक्रम को एक साथ देखने पर नजर आता है भाजपा में जिस तरह एक साधारण कार्यकर्ता से लेकर वरिष्ठ नेता तक नेतृत्व के साथ मजबूती के साथ खड़ा है, उसका कांग्रेस में अभाव दिखता है। हाल के समय में गांधी परिवार का दबदबा भी कम होता दिखा है और समय-समय पर अलग-अलग नेता पार्टी आलाकमान के रुख से अलग नजर आते हैं।

आनंदीबेन पटेल के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री बनाए गए विजय रुपाणी अगस्त 2016 से सितंबर 2021 तक पद पर रहे। रुपाणी के बाद भूपेंद्र पटेल को गुजरात की कुर्सी सौंपी गई थी। रुपाणी ने इस्तीफा देते हुए पीएम मोदी को धन्यावाद देते हुए कहा था कि वह आभार प्रकट करते हैं कि 5 सालों तक गुजरात की विकास यात्रा में योगदान का मौका दिया गया। उन्होंने कहा था कि यह यात्रा अब एक नए उत्साह और नई ऊर्जा के साथ नए नेृतृत्व में आगे बढ़नी चाहिए।