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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलतो ने रेप को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया है, जिसको लेकर विपक्ष अब उनपर हमलावर हो गया है। अशोक गहलोत ने रेप के बाद पीड़िता की हत्या के लिए फांसी की सजा को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा है कि निर्भया कांड के बाद रेप के लिए फांसी की सजा तय किए जाने किए जाने से यह ट्रेंड बढ़ गया है। हालांकि, इस दौरान वह निर्भया का नाम भी गए और 2-3 बार अभया केस बोल गए। आसपास बैठे लोगों ने उन्हें निर्भया का नाम याद दिलाया।
अशोक गहलोत ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''रेप हो रहे हैं बच्चियों के साथ में, जब से कर दिया है कि उनको फांसी की सजा मिलेगी, अभया... अभया, अभया कांड जो.... निर्भया कांड में कर दिया कि आपको फांसी की सजा मिलेगी, उसके बाद से हत्याएं बहुत ज्यादा होने लगीं बच्चियों की। रेप करने वाला देखता है कि यह गवाह बन जाएगी मेरे खिलाफ, वे रेप भी करते हैं, और हत्या भी कर देते हैं बच्चियों की। यह बहुत बड़ा चलन में पूरे मुल्क में देक रहा हूं। जो रिपोर्ट आ रही है, वह बहुत खतरनाक चलन है। मैं समझताा हूं कि देश के अंदर जो हालात हैं वो लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा संकट का समय है।''
BJP ने कहा- इसलिए राजस्थान में सबसे ज्यादा केस, प्रियंका क्यों चुप?
भाजपा के प्रवक्ता सहजाद पूनावाला ने राजस्थान के मुख्ममंत्री के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ''गहलोत जी कह रहे हैं कि रेप का कानून जिम्मेदार है, रेपिस्ट जिम्मेदार नहीं है। राजस्थान में 'रेपिस्ट बचाओ आंदोलन' जो चल रहा है वह चरम पर पहुंच चुका है। पहली बार नहीं है, इससे पहले गहलोत जी ने कहा था कि रेप के ज्यादातर केस फर्जी होते हैं। उनके मंत्री ने कहा था कि मर्दों का प्रदेश है, रेप होता रहेगा। इसलिए राजस्थान रेप के मामले में नंबर पर हो चुका है, महिला उत्पीड़न में नंबर वन हो चुका है। लेकिन प्रिंयका वाड्रा जो कहती हैं कि लड़की हूं लड़ सकती हूं, चुप रहती हैं। रेप के बाद यदि फांसी की सजा नहीं दी जाए रेपिस्ट को तो उसका महिमामंडन किया जाए क्या।''