28.5c India
मध्य प्रदेश की टीम ने पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीत लिया है। टीम ने इस सीजन बेहतरीन खेल दिखाया और कई पूर्व चैंपियंस को शिकस्त देते हुए चैंपियन बनी। मध्य प्रदेश की टीम इससे पहले सिर्फ एक बार 23 साल पहले यानी 1998-99 सीजन में फाइनल में पहुंची थी। तब कर्नाटक ने एमपी को खिताबी मुकाबले में हराया था। हालांकि, इस बार एमपी ने पहले वाली गलती नहीं की और फाइनल में 41 बार की चैंपियन मुंबई की टीम को छह विकेट से हरा दिया। टीम से इस बार कई नायाब हीरे उभर कर सामने आए, जो भविष्य में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करते हुए दिख सकते हैं।
रणजी ट्रॉफी 2021/22 में मध्य प्रदेश की टीम पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही। टीम ने कुल छह मैच खेले, जिसमें से पांच में जीत हासिल की। केरल के खिलाफ ग्रुप मैच ड्रॉ रहा था। इसके अलावा टीम ने बंगाल, पंजाब और गुजरात जैसी पूर्व चैंपियन टीमों को हराया। ग्रुप स्टेज में मध्य प्रदेश को एलीट ग्रुप-ए में रखा गया था। इस ग्रुप में मध्य प्रदेश के अलावा केरल, गुजरात और मेघालय की टीम थी। मध्य प्रदेश ने ग्रुप स्टेज में तीन में से दो मैचों में जीत हासिल की। टीम 14 अंकों के साथ अपने ग्रुप में टॉप पर रही थी।
रणजी ट्रॉफी मध्य प्रदेश के चैंपियन बनने तक का सफर • एलीट ग्रुप - ए में गुजरात को 106 रन से हराया • एलीट ग्रुप - ए मेघालय को पारी और 301 रन से शिकस्त दी • एलीट ग्रुप ए में केरल से ड्रॉ खेला • 14 अंक लेकर एलीट ग्रुप - ए में मध्यप्रदेश की टीम शीर्ष पर रही क्वार्टर फाइनल में पंजाब को 10 विकेट से पराजित किया • सेमीफाइनल में बंगाल पर 174 रन से जीत दर्ज की • फाइनल में 41 बार के चैंपियन मुंबई को 06 विकेट से हराया। मध्यप्रदेश ने पहली बार रणजी ट्रॉफी जीत कर इतिहास रच दिया।