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09 Sep, 2022 by Ardh Sainik News

गुजरात में 'सबसे पहले' वाला दांव चल रहे केजरीवाल, BJP ने भी बदली अपनी चाल

गुजरात विधानसभा चुनाव में करीब 3 महीने बचे हैं। इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी (आप) भी मुकाबले में है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ना सिर्फ गुजरात में ताकत झोंक रही है, बल्कि इसने 'तेजी' के मामले में सबसे आगे दिख रही है। पार्टी ना सिर्फ 'केजरीवाल की गारंटी' के रूप में घोषणा पत्र जनता के सामने रख चुकी है, बल्कि उम्मीदवारों की तीन सूची भी जारी कर चुकी है। इस बीच, भाजपा ने भी अपनी चुनावी चाल को तेज कर दिया है।

बाहर से पहुंचने लगे नेता

अगले दो दिन में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से बीजेपी के नेता गुजरात पहुंच रहे हैं और आते ही ये डोर टु डोर प्रचार में जुट जाएंगे। कहा जा रहा है कि पहली बार भाजपा ने चुनाव से तीन महीने पहले ही इस तरह दूसरे प्रदेश के नेताओं को भी मैदान में उतारने का फैसला किया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक,राजस्थान से आने वाले लोगों को उत्तर गुजरात में तीन दर्जन से अधिक सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। यूपी के नेता सौराष्ट्र और अहमदाबाद पर फोकस करेंगे तो बिहार और झारखंड के नेता मध्य गुजरात में घर-घर जाकर प्रचार करेंगे। महाराष्ट्र से आए नेताओं को दक्षिण गुजरात में जिम्मा दिया गया है।

प्रवासियों पर नजर

सूरत, अहमदाबाद, बड़ौदरा जैसे शहरों में यूपी, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से आने वाले लोगों की अच्छी संख्या है। जिनमें से बहुत अब यहां के वोटर भी बन चुके हैं। ऐसे में पार्टी की कोशिश इन वोटर्स को उनके राज्यों से आए नेताओं के जरिए साधने की है। पार्टी बड़ी रैलियों और सभाओं के अलावा हर गली-नुक्कड़ में छोटी-छोटी बैठकें करके वोटर्स से संपर्क साधने पर जोर दे रही है। इसके लिए बड़ी संख्या में नेताओं को दूसरे राज्यों से भी बुलाया गया है। अधिकतर नेता चुनाव अंत तक यहां कैंप करने वाले हैं। समय और नजदीक आने पर दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक भी आकर यहां प्रचार करेंगे।